
बाराबंकी। बीते शनिवार को सीतापुर में दिन दहाड़े पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को शहर स्थित गांधी भवन में जिले के विभिन्न पत्रकार संगठनों ने श्रद्धांजलि सभा और कैंडल मार्च निकालकर दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि अर्पित की और विरोध जताया। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष संतोष शुक्ला ने सरकार से दिवंगत पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेई के परिजनों को एक करोड रुपए आर्थिक सहायता और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी की मांग सरकार से की है। हिंदी पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष पाटेश्वरी प्रसाद ने उक्त घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सीतापुर के पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेई ने राजस्व और अन्य विभागों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों को प्रमुखता से उठाया था। उनकी भ्रष्टाचार करने वालों ने हत्या कर दी। सरकार स्व. राघवेन्द्र वाजपेई को पत्रकारिता का शहीद घोषित करे।
साथ ही उन्होंने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट बनाए जाने की मांग केन्द्र सरकार और राज्य सरकार से की है। ऑल इंडियन प्रेस जर्नलिस्ट एसोसिएशन(ऐपजा )संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक तिवारी ने कहा की हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय रविंद्र मिश्रा जी लगातार सरकार से जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग करते आ रहे हैं, दिवंगत पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई जो कि ऑल इंडियन प्रेस जर्नलिस्ट एसोसिएशन सीतापुर इकाई के एक जांबाज सिपाही थे, उनको न्याय न मिलने की दशा में बड़ा आंदोलन किया जाएगा । वरिष्ठ पत्रकार आमिर अली ने कहा कि सरकार दिवंगत पत्रकार की हत्या में शामिल सभी अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार करे और हत्यारों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह, सत्यनारायण गुप्ता, रामानंद गुप्ता, महेश चक्रवर्ती सरदार परमजीत सिंह बाबा, वरुण सिंह, शोभित शुक्ला सरवन यादव अभिषेक श्रीवास्तव जायसवाल नाम बताओ योगेश जायसवाल रंजीत गुप्ता मोहम्मद उमैर, मनीष सिंह, अजीज अहमद अज्जू, , अंकित मिश्रा, शिवम सिंह, अरशद, रामसरन मौर्य, मुकेश मिश्रा, परवेज रजा, अब्दुल मुईद, , मोहम्मद वसीक, अली चांद, उमेश श्रीवास्तव, तौफीक अहमद आदि पत्रकारों के अलावा भाकियू नेता मेराज़ जै़दी, सामाजिक कार्यकर्ता मृत्युंजय शर्मा, सत्यवान वर्मा, ज्ञान सिंह यादव, सादिक हुसैन, नीरज दुबे आदि लोग उपस्थित रहे।