Uncategorized

भेलवल सेक्शन में नही थम रहा हरे भरे प्रतिबंधित पेड़ो का कटान ! डीएफओ के आदेश पर मुकदमा दर्ज,

वन दरोगा अभय गौतम की सांठगांठ से वन माफिया तेजा ठेकेदार के द्वारा हरे भरे प्रतिबंध पेड़ों का हो रहा सफाया

रिपोर्ट – अंकुर त्रिपाठी

हैदरगढ़_बाराबंकी – हैदरगढ़ वन क्षेत्र के भेलवल सेक्शन में देवीपुर नामक व चक मार्ग के किनारे ओम अवस्थी की बाग में लगभग एक दर्जन प्रतिबंधित पेड़ो को भूमि पर लगे फलदार जामुन महुआ आम के पेड़ को वन विभाग के वन दरोगा अभय गौतम की सांठ गांठ कर तेजा ठेकेदार द्वारा दो दिनों में सफाया कर दिया गया। मंगलवार को भी ऐसे हरे-भरे पेड़ों पर लकड़ी ठेकेदार के मजदूर पेड़ काटने की मशीन लिए जुटे दिखे। किसान की भूमि पर काटे गए विशालकाय इन पेड़ों की बाबत किसी ने निगाह नहीं डाली क्योंकि मोटी रकम पहले से ही मिल गई थी। इसलिए वन विभाग ही नहीं, पुलिस के जिम्मेदारों ने भी आंखें बंद रखी।

वन विभाग के हैदरगढ़ रेंज के भेलवल सेक्सन में प्रतिबंधित पेड़ों के सफाया का खेल यह कोई नया नहीं है। यह बीते वर्षों से चला आ रहा है। हरे-भरे आम की बाग में वन माफिया पहले खरीद कर छूट प्रजाति के पेड़ काटकर बेचते हैं और रातों-रात प्रतिबंधित पेड़ों की कटिंग करके एक-एक कर पूरी बाग को साफ कर देते हैं। पूर्वांचल हाइवे के किनारे की बड़ी बाग हो या बांदा बहराइच मार्ग, सुबेहा,हैदरगढ़ मार्ग आदि की बाग, सैकड़ों पेड़ों का अब तक सफाया हो चुका है। आरोप है कि मंगलवार को बलिया एक्सप्रेसवे मार्ग से एक डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवीपुर गांव में एक दर्जन काटे गए पेड़ों की जड़ों को मिट्टी से ढक कर लकड़ी ठेकेदार उठा ले गया। दो महुआ पांच देशी आम दो जामुन 6 गुलर है इनकी परमिट के लिए शासन भी इजाजत नहीं देता, लेकिन विभाग से बिना परमिट बनवाए प्रतिबंधित् पेड़ काटकर ठेकेदार उठा ले गए।

शिकायत पर मंगलवार को जांच पड़ताल करने गए भेलवल सेक्शन इंचार्ज अभय गौतम कहते हैं कि चार आम के पेड़ की परमिट विभाग द्वारा जारी की गई थी। बताया गया खसरा खतौनी परमिट के साथ लगी है। इससे ज्यादा काटे गए हैं तो अपराध बनता है। सवाल यह है कि वन विभाग की भेलवल सेक्शन के अंतर्गत पड़ने वाले गांव देवीपुर में इतने पेड़ो की कटान हो गई और वन दरोगा ने इस पर किसी प्रकार की कार्यवाही भी नही की जब इस सम्बंध में वन दरोगा अभय गौतम से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया की दो गुलर व दो महुआ के पेड़ का परमिट है वही जब इस सम्बंध में वन क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ राकेश तिवारी से बात की गई तो उन्होंने बताया की परमिट है पर कितने पेड़ो की है इसकी जानकारी हमे नही है मैं डिविजन से अभी लौटा हूं जाकर पता कर लो जब इस प्रकरण की शिकायत जिला वन प्रभागीय अधिकारी बाराबंकी आकाश दीप बाघवान से हुई तो उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए अवैध रूप से काटे गए पेड़ो पर हैदरगढ़ वन विभाग को कार्यवाही के निर्देश दिए व इस अवैध कटान मे इन्वाल्ब वन कर्मियों पर कार्यवाही करने का भी संकेत दिया सूत्रों का दावा है की हैदरगढ़ वन क्षेत्र के भेलवल सेक्शन में हरे भरे प्रतिबंधित पेड़ो का कटान प्रतिदिन वन विभाग की सांठगांठ से होता रहता है जब कोई जनप्रतिनिधि कटान को लेकर वन दरोगा से शिकायत करता है तो नाममात्र की कार्यवाही करके मामले को दबा दिया जाता है जब तक शिकायत बाराबंकी जिला वन प्रभागीय अधिकारी से नही होती तब तक वन माफियाओं पर कार्यवाही नही होती हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!